शाश्वत जीवन मूल्य जनजागरण अभियान , अजमेर ; १२ अक्टूबर २०१४
विद्यार्थियों की बात – अभिभावकों के साथ
अजमेर, 12 अक्टूबर 2014
शाश्वत जीवन मूल्य जनजागरण अभियान की शुरुआत अजमेर में एक अभिनव प्रयोग के द्वारा की गयी ! समाज में जिस प्रकार शिक्षा महत्पूर्ण है उसी प्रकार मूल्य भी महत्वपूर्ण हैं , यदि मूल्यों को छोड़ दिया जाये तो शिक्षा सिर्फ अर्थोपार्जन का साधन ही रह जाएगी एवं समाज भोगवादी संस्कृति की ओर अग्रसर होगा जो निश्चित रूप से व्यक्ति, समाज एवं देश के लिए उचित नहीं रहेगा ! ऐसे में मूल्यों के लिए विद्यार्थियों के अभिभावकों से संवाद करने के लिए एवं उनके विचार जानने के लिए रुक्टा (रा.) के महामंत्री डॉ नारायणलाल गुप्ता ने रविवार को अजमेर में ये एक पहल की !
उन्होंने बताया की भारतीय समाज में आज भी अभिभावक अपने बच्चों के उत्थान की कोशिश करता है जबकि पाश्चात्य समाज में यह अवधारणा ख़त्म हो चुकी है! इसीलिए रुक्टा (राष्ट्रीय) यह महसूस करता है कि अभिभावक के माध्यम से हम संस्कार एवं शाश्वत मूल्य विद्यार्थियों के जीवन में उतार सकते है ! अभिभावक, जो की शिक्षक के समान ही अथवा उससे भी ज्यादा अपने बच्चों के भविष्य के लिए समर्पित हैं, से संवाद करना इस दिशा में सबसे सार्थक कदम होगा ! इस अवसर पर कई अभिभावकों ने भी अपने विचार रखे ! बदलते समय एवं परिस्थितियों में किस प्रकार जीवन में मूल्यों को भी बनाये रखा जाये इस पर विभिन्न दृष्टिकोणो से गहन चिंतन एवं संवाद किया गया !