आज मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे जी ने पदनाम परिवर्तन के नियमों के प्रारूप को अंतिम रूप से स्वीकृत किया है जिसके अनुसार कॉलेज शिक्षकों का पदनाम व्याख्याता के स्थान पर असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर होगा । संपूर्ण कैडर में 477 प्रोफेसर के पद होंगे तथा कॉलेज प्राचार्यों के 75% पद एसोसिएट प्रोफेसर द्वारा तथा 25% पद प्रोफेसर द्वारा भरे जाएंगे।
अभी लीगल सेक्शन , लोक सेवा आयोग और कैबिनेट संबंधी कुछ प्रशासनिक औपचारिकताएं और पूरी होनी है।
संगठन की लगातार विस्तृत वार्ताएं इस संबंध में अलग-अलग स्तरों पर हुई और शिक्षकों की भावनाओं को सरकार तक समुचित रुप से पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री जी की घोषणा के पश्चात भी नौकरशाही द्वारा डाली गई विभिन्न बाधाओं- अड़चनों और शिक्षक हित के विपरीत नियमों में प्रावधान करने के उनके प्रयासों के विरुद्ध संगठन ने पिछले 9 महीनों से निरंतर जागरूक रहकर लड़ाई लड़ी और शिक्षक हित में पदनाम परिवर्तन के नियम बनाने हेतु दबाव बनाया । रुक्टा(राष्टीय) ने निरंतर मुख्यमंत्री कार्यालय,वित्त विभाग एवं उच्च शिक्षा के अधिकारियों के साथ विभिन्न स्तरों की बैठकें एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी एवं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे से भेंटवार्ताएं की थी। पदनाम परिवर्तन के विस्तृत नियम बाहर आने पर उसका संपूर्ण आकलन संगठन करेगा।
इस कार्यवाही को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए संगठन मुख्यमंत्रीजी, उच्च शिक्षा मंत्री जी और राज्य सरकार का आभार व्यक्त करता है और आप सब शिक्षक साथियों का इस संघर्ष में निरंतर साथ देने,सहयोग देने और संगठन पर विश्वास बनाए रखने के लिए कोटि कोटि आभार प्रदर्शित करता है।